आज की पत्रकारिता अपनी राह भूल चुकी है। अपना मकसद भुला बैठी है। ऐसे में क्या आप जानना नहीं चाहेंगे कि कुरआन पत्रकारिता को लेकर किस तरह का नजरिया पेश करता है। इस पुस्तक में जानिए पत्रकारिता के कुरआनीय सिद्धांत और आज के वक्त में उनकी अहमियत।
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आज की पत्रकारिता अपनी राह भूल चुकी है। अपना मकसद भुला बैठी है। ऐसे में क्या आप जानना नहीं चाहेंगे कि कुरआन पत्रकारिता को लेकर किस तरह का नजरिया पेश करता है। इस पुस्तक में जानिए पत्रकारिता के कुरआनीय सिद्धांत और आज के वक्त में उनकी अहमियत।